पुलिस ने तीन बहनों के कपड़े उतार की बर्बरता, प्राइवेट पार्ट पर किया हमला, जानिए पूरा मामला

महिला से दुष्कर्म
दरांग जिले से समाज को हिला देने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस का बर्बर चेहरा सामने आया है। बताया जा रहा है कि दरांग में तीन बहनों के साथ पुलिस हिरासत में मारपीट की गई साथ ही यौन शोषण किया गया। यहां एक गर्भवती मुस्लिम महिला और उसकी दो बहनों को पुलिस थाने में निर्वस्त्र कर यातना दी गईं, उसके बाद जमकर मारपीट की गई। यह खौफनाक घटना वैसे तो 8 सितंबर को घटी थी लेकिन लोगों और मीडिया के सामने मंगलवार को आई।
सनसनीखेज: कब्र खोदकर कर दिया गायब मुंड, देखने वाले रह गये दंग
क्या है मामला पुलिस इन युवतियों के भाई की तलाश कर रही है जो कि एक लड़की के साथ फरार हो गया है। इसी पूछताछ में पुलिस ने लड़कियों को इतनी क्रूरता से पीटा कि उनके शरीर पर गहरे नीले रंग के निशान पड़ गए। गर्भवती महिला ने मीडिया को बताया कि उसके पेट में 2 महीने 22 दिन का भ्रूण था लेकिन पुलिस की मारपीट के कारण उसका गर्भपात हो गया। दरांग जिले की पुलिस ने बुरहा पुलिस आउट पोस्ट से तीन महिलाओं को पकड़ा। यह तीनों गुवाहाटी के सिक्समाइल इलाके की रहने वाली हैं जिनके नाम मिनुवारा बेगम, सनुवारा और रौमेला हैं।
बिना कपड़ों के महिलाओं के साथ की गई मारपीट
बाद में 10 सितंबर को पीड़ित महिला ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत करते हुए बताया कि उसे और उसकी दो बहनों को बुरहा पुलिस आउट पोस्ट के इंचार्ज महेंद्र शर्मा ने 8 सितंबर को पकड़ा। उसने और एक लेडी कॉन्स्टेबल ने पूरी रात उन्हें निर्वस्त्र कर टॉर्चर किया और शरीर के नाजुक अंगों पर भी वार किया।
महिलाओं को मिली जान से मारने की धमकी
पुलिस ने न सिर्फ उन्हें बुरी तरह मारा बल्कि उनके प्राइवेट पार्ट के साथ भी छेड़खानी की। पुलिस अफसर ने पिस्तौल से धमकाते हुए कहा था कि यदि हमारे खिलाफ कोई शिकायत की तो जान से मार देंगे। मारपीट के बाद जब गर्भवती महिला को हॉस्पिटल में भर्ती हुई तो पता चला कि पेट में लात मारने के बाद उसका गर्भ नष्ट हो गया है।
बड़ी खबर: मुंबई पुलिस को कंगना ने दिया तगड़ा जवाब, बताया महाराष्ट्र का पप्पूप्रो…
इस शिकायत के बारे में जवाब देते हुए दरांग पुलिस अधीक्षक अमिृत भूयान ने कहा कि हमें 11 सितंबर को शिकायत मिली थी। मैंने डीएसपी को इस मामले की जांच के लिए कह दिया है। अगर इस मामले में कोई ज्यादती की है तो क्रिमिनल केस दर्ज किया जाएगा। हम मेडिकल रिपोर्ट का भी इंतजार कर रहे हैं।
इधर, इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई है. असम महिला आयोग ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए केस दर्ज कर लिया है। वहीं, मामला सामने आते ही असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने बरहा पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी महेंद्र शर्मा और कांस्टेबल बिनीता बोरो को निलंबित कर दिया। साथ ही आरोपों की जांच शुरू करा दी गई है।